आम लोगों के वोट से सत्ता पर काबिज होन वाली सरकारें, हर तरह की लाज शर्म को तिलांजलि देकर बेशर्मी से पूॅजी और उधोंगों के हित मे खंडी हो गई है। मध्यप्रदेश मे इसकी बानगी ऊर्जा या बिजली क्षेत्र हैजिसमे विधुत उत्पादन के सरकारी कारखाने बनने वाली सस्ती बिजली को छोडकर निजी कम्पनियों की महंगी बिजली खरीदी जा रही है। जाहिर है ये धतकरम आम लोगो की जेबों और के खजानों पर डाका डालेगें।