कोणत्या किंमतीवर? कोराडी पॉवर प्लांटचा विस्तार करण्याच्या महाराष्ट्राच्या योजनेत अनेक धोके आहेत

पर्यावरण आणि आर्थिक भार महाजेनकोच्या कोराडी फेज-2 योजनेला आच्छादित करतात. 19 सप्टेंबर 2024 रोजी, EAC ने नागपूर, महाराष्ट्र येथे 660 मेगावॅट क्षमतेच्या कोळसा-आधारित सुपरक्रिटिकल थर्मल पॉवर प्लांटच्या प्रस्तावित दोन युनिट्सना पर्यावरणीय मंजुरी दिली. महाराष्ट्रातील...

कोयले की शक्ति : अक्षय ऊर्जा के महत्वाकांक्षी लक्ष्यों के बावजूद उत्तर प्रदेश में कोयला आधारित 1600 मेगावाट पावर प्लांट को मंजूरी

भारत का लक्ष्य 2022 तक अक्षय ऊर्जा यानी रिन्यूएबल एनर्जी (अक्षय ऊर्जा या नवीकरणीय ऊर्जा के उदाहरण हैं – बायोगैस, बायोमास, सौर ऊर्जा इत्यादि.) से 175 गीगावॉट बिजली उत्पादन करने का था।

झाबुआ थर्मल पावर प्लांट से निकलने वाली राख स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए एक गंभीर खतरा

मध्य प्रदेश के गोरखपुर गांव में स्थित झाबुआ थर्मल पावर प्लांट से निकलने वाली राख आम लोगों के जीवन में जहर घोल रही है। क्षेत्र में विकास और रोजगार का वादा करने वाला यह...

विकास का महा तांडव: एन्नोर क्रीक में स्थानीय लोगों की चुनौतियां और पर्यावरणीय प्रदूषण जारी है

तमिलनाडु राज्य के चेन्नई का एन्नोर क्षेत्र वर्षों से औद्योगिक परियोजनाओं की एक श्रृंखला का केंद्र बना है, मुख्य रूप से थर्मल पावर स्टेशन, उर्वरक कारखाने, औद्योगिक बंदरगाह, ऑइल एण्ड पट्रोलीअम इंडस्ट्रीज़ इत्यादि उद्योग...

कोराड़ी थर्मल पावर : कोयले से बिजली, बिजली से राखड़ और राखड से तबाही

पिछले महीने, 16 जुलाई 2022 को सुबह हुई दुघर्टना में, 1974 में शुरू हुए (47 वर्षीय) महाराष्ट्र के नागपुर स्थित ‘कोराड़ी थर्मल पावर स्टेशन’ के राख-तालाब का एक हिस्सा टूट गया और उसमें जमा हुआ पानी और राख गावों में, नदी-नहर, पीने के पानी के...