बुन्देलखण्ड का पलायन, बुन्देलखण्ड को ख़त्म न कर दे

बुन्देलखण्ड भारत या किसी राज्य का टुकड़ा नहीं है, यह संस्कृति है और यह सभ्यता भी है। ऐसा नहीं है कि कोई इस बात को जानता नहीं है। जानते तो हैं, पर मानने में...

कोविड के पहले और बाद में बुन्देलखण्ड का पलायन

पलायन वास्तव में घातक नहीं है, पर इसे घातक बना दिया गया है। आप कल्पना करके देखिए कि मानव सभ्यता में से पलायन को हटा दिया जाए, फिर इसके बाद की दुनिया के बारे...

कोविड महामारी और बुन्देलखण्ड का पलायन

लेख के शीर्षक में प्रयोग किए गए दो शब्द कोविड और बुन्देलखण्ड जैसे ही हमारे कानों को सुनाई देते हैं। वैसे ही हमारे कान चौकन्ने हो जाते हैं। दोनों शब्दों के सुनते ही मन-चिन्तन...

कोरोना वायरस: ठेका श्रमिकों की बढ़ीं मुश्किलें, ऐसे कर रहे गुजारा

हमारे देश में बिजली पैदा करने का प्रमुख संसाधन कोयला है, पर धरती की छाती चीरकर उसे निकालने वाले मजदूरों की बदहाली जहां-की-तहां है। पिछले साल कोविड-19 के कारण देश भर में लगे ‘लॉकडाउन’...

स्मितु कोठारी फ़ेलोशिप

सेंटर फॉर फाइनेंशियल अकॉउंटेबिलिटी दिल्ली में स्थित एक संस्था है, जो भारत में वित्तीय जवाबदेही को मज़बूत करने और इसे बेहतर करने के लिये काम करती है। सेंटर फॉर फाइनेंशियल अकॉउंटेबिलिटी स्मितु कोठारी फ़ेलोशिप 2020...